सीएम के खिलाफ हुए थे 88 नामांकन, 54 निरस्त

सीएम अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर 88 नामांकन पत्र दाखिल कर रिकॉर्ड बनाने वाले उम्मीदवारों को बड़ा झटका लगा है। एक ही बार में 54 नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया गया है। दस्तावेज से जुड़ी खामियां मिलने के चलते चुनाव आयोग ने इन नामांकन पत्रों को खारिज किया। किसी के एफिडेविट में जानकारी पूरी नहीं थी तो किसी की सोशल मीडिया से जुड़ी अहम सूचनाएं ही नहीं थीं।दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 14 से 21 जनवरी तक नामांकन प्रक्रिया हुई। इसमें 1015 उम्मीदवारों ने 1528 नामांकन पत्र दाखिल किए थे। सबसे ज्यादा पर्चे नई दिल्ली सीट से भरे गए थे। दिल्ली के इतिहास में अभी तक किसी भी चुनाव में इतने नामांकन दाखिल नहीं किए गए और न ही नई दिल्ली सीट पर कभी 88 लोगों ने एक साथ दावेदारी की। सभी जिला निर्वाचन कार्यालय पर देर रात तक नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी जारी रही। हालांकि, 24 जनवरी तक नाम वापस लेने का वक्त उम्मीदवार के पास अभी बचा है। इसके बाद ही चुनाव आयोग दिल्ली में उम्मीदवारों की अंतिम दावेेदारी तय करेगा।
सीएम-डिप्टी सीएम के खिलाफ सबसे ज्यादा पर्चे
नई दिल्ली सीट से 54 नामांकन रद्द होने के बाद चुनाव आयोग ने 34 नामांकन पत्रों को स्वीकार किया है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का है। वहीं, पटपड़गंज सीट से 23 में से 22 नामांकन पत्रों को स्वीकार किया गया है। यहां से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। देर रात तक की जानकारी के अनुसार, सीएम और डिप्टी सीएम के खिलाफ ज्यादा पर्चे भरे गए। वर्ष 2015 में नई दिल्ली से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव लड़ा था। उस समय इस सीट पर 13 प्रत्याशियों ने दावेदारी की थी। ठीक इसी तरह पटपड़गंज सीट पर मनीष सिसोदिया समेत सात उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था।
आप के बाकी मंत्रियों के सामने भी खूब
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा शकूरबस्ती से आप प्रत्याशी सत्येंद्र जैन समेत 15 नामांकन पत्र दाखिल हुए। इनमें से सात निरस्त हुए। बल्लीमारान से आप के इमरान हुसैन समेत 18 में से 13 नामांकन ही स्वीकार किए गए हैं। घोंडा विधानसभा से गोपाल राय के साथ 19 नामांकन पत्र थे, जिनमें से तीन निरस्त हुए। नजफगढ़ से कैलाश गहलोत और सीमापुरी से राजेंद्र पाल गौतम की सीट पर क्रमश: 17 और 20 नामांकन पत्र भरे, जिनमें 13 और 10 को ही स्वीकार किया गया। ये सभी प्रत्याशी दिल्ली सरकार की कैबिनेट में मंत्री हैं।
आप को झटका, कपिल को मंजूरी
चुनाव आयोग ने मॉडल टाऊन से भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा के नामांकन को भी हरी झंडी दे दी है। कपिल मिश्रा के नामांकन पर सवाल खड़े करते हुए आप की ओर से चुनाव आयोग को शिकायत की गई थी, जिसके बाद जांच में संबंधित आरोप निराधार पाए गए। रिटर्निंग ऑफिसर ने शिकायत को आधारहीन मानते हुए कपिल मिश्रा का नामांकन स्वीकार किया।